10/11/2013 |
अपने जोश को संभाल कर रखें और चुनाव के समय दिखायें- हुड्डा |
नई दिल्ली, 10 नवम्बर, 2013, गोहाना की हरियाणा शक्ति रैली ने आज वास्तव में महाशक्ति रैली का रूप ले लिया। हरियाणा के विभिन्न भागों से लाखों लोग रैली में पहुंचे थे। दूर-दूर तक जहां तक भी नजर जाती थी, वहां लोग ही लोग दिखाई देते थे और आने वालों का तांता लगातार लगा हुआ था। विशाल रैली के लिए दूर-दूर तक पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। जब रैली चल रही थी, तब भी लोगों का आना
जारी था। पुरूषों ने गुलाबी पगडिय़ां पहनी हुई थीं और महिलाओं ने गुलाबी दुपट्टे ओढ़े
हुए थे। दूर-दूर तक हरियाणा सरकार की उपलब्धियों के बड़े-बड़े बोर्ड लगे हुए थे। रैली
स्थल के आसपास श्रीमती सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी, डा. मनमोहन सिंह और
श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के भी बड़े-बड़े चित्र लगे हुए थे।
पिछले दिनों में रैली
में भीड़ जुटाने के लिए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस ने, मंत्रियों, विधायकों तथा जिला और ब्लॉक कांग्रेस समितियों ने जो मेहनत की, वह सफल दिखाई दे रही थी। सांसदों ने और विशेष रूप से रोहतक के
सांसद श्री दीपेन्द्र सिंह हुड्डा और स्वयं मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने इसके लिए जो
कड़ी मेहनत की, वह रंग लाई। रैली की विशालता को देखकर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव
और हरियाणा के प्रभारी श्री शकील अहमद को कहना
पड़ा कि उन्होंने हेलीकॉप्टर से स्वयं देखा
कि जितने लोग रैली में थी, उससे ज्यादा सडक़ों
पर थे। इस विशाल रैली के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस
को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि वे इसके बारे में श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल
गांधी को बताएंगे। यह रैली न सिर्फ हरियाणा के लिए, बल्कि देश के लिए एक
संदेश दे रही है। श्री हुड्डा ने कहा
कि उन्होंने इससे पहले कई बड़ी-बड़ी रैलियां देखी हैं, अपने पिता के समय की
रैलियां भी देखी हैं, लेकिन इतनी बड़ी रैली
आज तक नहीं देखी। उन्होंने मंच से जैसे ही हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया, लोगों ने खड़े होकर पूरे जोश के साथ हाथ हिलाकर और झंडियां हिलाकर
उनका स्वागत किया। श्री हुड्डा ने नमस्ते, राम-राम, और सलामालेकुम कहकर अपना भाषण शुरू किया । लोग काफी देर तक जिन्दाबाद
के नारे लगाते रहे। श्री हुड्डा ने कहा कि वे अपने जोश को दिल और छाती में संभाल कर
रखें और इसे चुनाव के समय दिखाएं। श्री हुड्डा ने कहा कि आप लोगों के समर्थन से और श्रीमती सोनिया
गांधी के आशीर्वाद से जब मैं 2005 में मुख्यमंत्री बना, तो मैंने कहा था कि संविधान की दृष्टि से मैं बेशक मुख्यमंत्री
हूं, लेकिन मैं अपने आप को जनता का मुख्य सेवक समझता हूं। माहौल को
भावुकतापूर्ण बनाते हुए उन्होंने कहा कि आज
से कई वर्ष पहले जब गंगा नदी पार करते समय मेरे साथ दुर्घटना हुई थी और मैं संयोग से बच गया था, तो मैंने संकल्प लिया
था कि जीवन भर हरियाणा के लोगों की सेवा करूगा। मैं इस संकल्प को निभा रहा हूं। मैंने प्रदेश में बदले की राजनीति न करके राजनीति
को नये मायने देने की कोशिश की है। मेरा तो एक ही उद्देश्य है कि प्रदेश में कोई भूखा
नहीं रहे, निर्वस्त्र नहीं रहे और बिना छत के नहीं रहे। मैंने हर क्षेत्र
के विकास और हर वर्ग की भलाई की योजनाएं लागू की हैं। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन की बात करते हुए श्री हुड्डा ने
कहा कि वे भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को हटाने की बात करते हैं, जिनके वे स्वयं प्रतीक हैं। मेरी सरकार जनता की भलाई के लिए
पैसा खर्च करती है, तो वे कहते हैं कि
मैं खजाना लुटा रहा हूं। मैं कहता हूं कि लुटा रहा हूं, लूट तो नहीं रहा हूं।
इस पर लोगों ने तालियां बजार्इं और हाथ उठाकर तथा झंडियां हिलाकर मुख्यमंत्री के प्रति
अपना समर्थन व्यक्त किया। जिस समय मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने नई घोषणायें करनी शुरू कीं, तो लोगों का उत्साह देखने लायक था। हर घोषणा पर नारे लग रहे
थे। न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 8100 रूपये करने और सफाई
कर्मचारियों को भी इतना ही वेतन देने की घोषणा करने पर काफी देर तक नारे लगते रहे।
श्री हुड्डा ने खेतिहर मजदूरों, किसानों, रेहड़ी- पटरी, छोटे दुकानदारों, व्यापारियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, महिलाओं आदि के लिए घोषणाएं करके वाह-वाही लूटी। युवाओं को रोजगार
उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने एक साल के अन्दर 65 हजार नौकरियां निकालने
की घोषणा की। पुलिस वालों को अधिक वेतन देने और बुजुर्गों तथा विधवाओं की पैंशन बढ़ाकर
1000 रूपये करने का लोगों ने विशेष रूप से स्वागत किया। श्री हुड्डा
ने उस समय भी बहुत तालियां बटोरीं, जब उन्होंने कहा कि
जो अधिकारी-कर्मचारी लोगों के साथ ठीक व्यवहार नहीं करते,
उनके लिए जबाबदेही कानून बनाया जाएगा। रैली में मंत्री, सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस की विभिन्न समितियों के
पदाधिकारी मौजूद थे। रैली को डा. अशोक तंवर, डा. अरविंद शर्मा, श्रीमती श्रुति चौधरी और श्री अवतार सिंह भड़ाना के अलावा श्रीमती
किरण चौधरी और श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सम्बोधित किया। जिस समय श्री दीपेन्द्र सिंह हुड्डा मंच पर बोलने
के लिए आये, तो लोगों ने खड़े होकर बहुत गर्मजोशी के साथ
उनका स्वागत किया। प्रो0 वीरेन्द्र ङ्क्षसंह
को कहना पड़ा - भाईयो बैठ जाओ। श्री दीपेन्द्र सिंह ने लोगों से कहा कि मैंने आपका
उत्साह देख लिया है, लेकिन लोग बार-बार
उठ कर अपनी भावनायें व्यक्त कर रहे थे। |
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