11/11/2013 |
लाल पर भारी नीला निशान |
नोटा (नन ऑफ द अबव) के गुलाबी बटन के साथ छत्तीसगढ़ का पहले चरण का विधानसभा चुनाव इतिहास में दर्ज हो गया। माओवादियों की धमकी के बावजूद करीब 67 फीसदी मतदान के साथ बस्तर की बारह और राजनांदगांव की छह सीटों में उम्मीदवारों का भाग्य इवीएम में कैद हो गया। हालांकि नक्सलियों ने भी पूर्व घोषित मंशा के साथ लोकतंत्र के पर्व में खलल डालने की भरपूर कोशिश की। लेकिन पुलिस और अर्ध्यसैनिक बलों की सतर्कता ने किसी भी अप्रिय घटना को टाल दिया। हालांकि माड़-पखांजूर में प्रेशर बम फटने से बीएसएफ और दंतेवाड़ा में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड में केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं कटेकल्याण के नयानार में हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक हेडकांस्टेबल शहीद हो गया। |
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