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08/09/2014  
उड़ी, बारामूला में बाढ़ में फँसे सेना के जवानों व आम नागरिकों को बचाया सीमा सुरक्षा बल(बी.एस.एफ.) के जवानों ने ।
 

श्रीनगर, 07 सितंबर 2014 । जम्मू-कष्मीर में हो रही लगातार बारिष ने घाटी में प्रलय की स्थिति पैदा कर रखी है। झेलम नदी के जलभराव क्षेत्र के अनेक मकानों में पानी घुस चुका है , सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं और भारी संख्या में जन-हानि हुई है। ऐसे ही बाढ़-ग्रस्त इलाकों में से एक है बारामूला-उड़ी मार्ग पर अवस्थित बोनियार का इलाका।

इसी इलाके में  सीमा सुरक्षा बल के बहादुर जवानों ने अपनी तत्परता और मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य की उम्दा मिसाल पेष करते हुए ना सिर्फ राष्ट्रीय राइफल्स के 47 जवानों सहित सीमा सुरक्षा बल के 34 जवानों को बचाया, बल्कि इनके साथ ही  10 आम नागरिकों को भी, जिनमें  एक महिला भी शामिल है; को भी बाढ़ग्रस्त इलाके से सुरक्षित बाहर निकाला ।
सीमा सुरक्षा बल का दस्ता 05 सितंबर को ही सेना के जवानों के बचाव कार्य के लिये ‘बोनियार’ से ‘बेला’ पहुँच चुका था। राष्ट्रीय राइफल्स का कैम्प और सीमा सुरक्षा बल की ‘बेला’ पोस्ट नदी के तटबंध के टूट जाने की वजह से मुख्य भूमि से अलग-थलग पड़ चुके थे। ऐसे में पोस्ट कमांडर बेला, सीमा सुरक्षा बल ने स्थिति का आकलन करते हुए अपने जवानों को सक्रिय किया और असाधारण सहयोग का प्रदर्षन करते हुए ना सिर्फ राष्ट्रीय राइफल्स के 47 जवानों सहित सीमा सुरक्षा बल के 34 जवानों को बचाया, बल्कि इनके साथ ही 10 आम नागरिकों को भी, जिनमें  एक महिला भी शामिल है; की जीवन रक्षा की। सीमा सुरक्षा बल के इस बचाव  कार्य की न सिर्फ नागरिक प्रषासन ने अपितु स्थानीय लोगों सहित सेना ने भी भूरि-भूरि प्रष् ांसा की है। 

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