18/09/2014 |
संगीत उत्सव की दूसरी संध्या में गायकी व शहनाई की जुगलबंदी ने बांधा समां |
राग यमन पर आधारित बंदिश पीया तोरे नयना प्यारे लागे..से प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद ज्वाद और उस्ताद मज़हर अली खान ने अपनी गायकी और पंडित दया शंकर के शहनाई वादन की जुगलबंदी ने शिमला शास्त्रीय संगीत उत्सव की दूसरी संध्या पर गेयटी थियेटर मे उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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