त्रिलोकपुरी मामले में दो समुदाय के नेता आपस में गले मिले, आयोग ने दिया एकता का सन्देश
दीपावली के दिन त्रिलोकपुरी 27 ब्लाक में दो संप्रदाय के युवकों में हुए विवाद का मामला आज राष्ट्रीय अनुसूचित जाती आयोग के दरबार में पहुंचा और वाल्मीकि और मुस्लिम समुदाय के नेता एक दुसरे के गले मिलकर ऐसी घटना को भविष्य में ना होने की कसम खा कर उठे।
गौरतलब है कि पुलिस ने दंगे के आरोप में अभी तक 80 लोगों को गिरफ्तार किया है। कई लोग
अभी पुलिस की हिरासत में हैं। पुलिस के आला अधिकारी इलाके में ही डेरा डाले
हुए हैं। रविवार को दिन भर मयूर विहार पुलिस थाने में आला पुलिस अधिकारी
इलाके में शांति कायम करने की रणनीति बनाते रहे। इलाके के नागरिकों के साथ
बैठक का आयोजन भी किया गया। कुछ लोगों ने इस दौरान पुलिस पर सख्ती करने का
आरोप भी लगाया। हालांकि, इस संबंध में पुलिस अधिकारियों का कहना है है कि
किसी बेगुनाह को पुलिस ने निशाना नहीं बनाया। उपद्रवियों के साथ सख्ती से
पेश आया गया।
रविवार को आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) व सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व
पुलिस बल) के साथ दिल्ली पुलिस के जवानों ने त्रिलोकपुरी के तनावग्रस्त
क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया।
पुलिस के साथ मिल कुछ लोग रविवार को इलाके में सड़कों पर बिखरे पड़ी ईटों
और बोतलों के टुकड़े उठाते नजर आए। रविवार सुबह कोई अप्रिय घटना सामने न
आने पर यह लोग दोपहर बाद अपने घरों से बाहर निकले और सड़कों की सफाई में जुट
गए। सफाई में जुटे लोगों का कहना था कि दंगे के निशाना को मिटाना जरूरी
है। वह चाहते है कि जल्द से जल्द इलाके में सौहार्दपूर्ण वातावरण कायम हो।
पहले ही तरह लोग प्यार से रहें।