16/11/2014 |
केंद्र सरकार व भाजपा के नेता महंगाई पर जनता को गुमराह कर रहे- दीपक सुंदरियाल |
जिला कॉंग्रेस कमेटी शिमला शहरी के प्रवक्ता दीपक सुंदरियाल ने कहा की केंद्र सरकार व भाजपा के नेता महंगाई पर जनता को गुमराह कर रहे है। ये हास्यास्पद नहीं तो और क्या है जहां नई सरकार 5 माह मे देश के विकास का सारा श्रेय ले रही है भाजपा के नेता तो ऐसे बात कर रहे है जैसे 5 माह मे ही सारा विकास हुआ है ।
सुंदरियाल ने कहा की पेट्रोल व
डीजल के दाम मे कमी जरूर आई परंतु न जाने भाजपा के नेता अर्थ्वय्व्स्था की कौन सी किताब
पढ़ कर पास हुये है जिसमे डिमांड व सप्लाई के नियम नहीं थे । भारत अर्थवयवस्था के हिसाब
से इतना शक्तिशाली देश नहीं है जो पेट्रोल व डीजल की कीमत तय कर सके , यदि पेट्रोल की कीमत मे कमी आयी है तो पूरे
विश्व मे ये दाम कम हुए है, केवल भारत मे नहीं । इसमे केंद्र
सरकार का क्या योगदान है ? ये बात जनता को भाजपा के नेता स्पष्ट
करे । वीरवार को केंद्र सरकार ने गुपचुप तरीके से पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी
बढ़ा दी है ,उत्पाद शुल्क बढ़ाने के कारण पेट्रोल व डीजल की कीमतों
मे होने वाली गिरावट का लाभ जनता को नहीं मिला पाएगा । एक ओर केंद्र सरकार महंगाई कम
करने का ड्रामा करती है वही गुपचुप तरीके से निजी कंपनियों को फायदा पहुचाने के उदेश्य
से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया जाता है । पिछले 5 माह मे पूरे विश्व मे तेल की कीमतों मे
तकरीबन 25% की गिरावट आई है, ये केंद्र सरकार का कोई जादुई नियम
नहीं सरल अर्थ्वव्स्था के नियम के अनुरूप हुआ है। परंतु केंद्र सरकार ने टेक्स बढ़ा कर जो बोझ आम आदमी
पर डाला है उस से भारत मे तेल की कीमतों मे कोई खास फर्क नहीं दिखाई देगा । सुंदरियाल ने कहा केंद्र सरकार
बताए अब वो अच्छे दिन का वादा कहाँ गया ? यू पी ए सरकार के प्रधानमंत्री डाक्टर
मनमोहन सिह ने अपनी दूरदर्शिता के चलते पहले ही ये बात स्पष्ट कर दी थी की तेल की कीमतों
मे भारी गिरावट आएगी परंतु उनकी सरकार के समय पूरा विश्व आर्थिक तंगी के दौर से गुजर
रहा था उस कठिन परस्थितियों मे भी भारत की अर्थ्वव्स्था को संभालने की चुनोती को बखूबी
डाक्टर मनमोहन सिह ने निभाया, समरण रहे की ये अच्छे दिन आने वाली
बात डाक्टर मनमोहन सिह ने कही थी परंतु भाजपा सरकार अच्छे दिनो को आम आदमी से दूर रखना
चाहती है तेल की कीमतों को कम न करके आम आदमी को गुमराह करने के पीछे भाजपा सरकार की
क्या मंशा है ये जनता जानना चाहती है । सुंदरियाल
ने पूछा की केंद्र सरकार स्पष्ट करे की यदि तेल की कीमत और कम हो सकती थी तो ऐसे मे
उत्पाद शुल्क बढ़ाने की क्या अवश्यकता पड़ गई ? क्या केंद्र सरकार
अच्छे दिन केवल पोस्टर तक ही सीमित रखना चाहती है ? |
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