:
दिल्ली हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश राजस्थान उत्तराखण्ड महाराष्ट्र मध्य प्रदेश गुजरात नेशनल छत्तीसगढ उत्तर प्रदेश
ताज़ा खबर
स्कूली बच्चें बने सड़क सुरक्षा के प्रहरी - अमित गुलिया   |  रेलवे महिला कल्‍याण संगठन द्वारा स्कूलों में आयोजित किया गया वार्षिक समारोह   |  पूर्वी दिल्ली के प्रतिभा स्कूल को मिलेगी नयी सुविधाएं- महापौर   |  सनशाईन पब्लिक स्कूल का वर्ष 2014-15 का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित    |  यूजीसी को भंग करने का कोई ऐसा निर्णय नहीं   |  सिरसा: स्कूल में दिलाई कन्या भ्रूण हत्या न करने की शपथ   |  सिरसा :जगन्नाथ जैन पब्लिक स्कूल में हुआ सेमिनार का आयोजन   |  अल्‍पसंख्‍यक शिक्षा योजना में अल्‍पसंख्‍यकों की शिक्षा का बढेता स्तर   |  राष्ट्रीय सिंधी भाषा संवर्धन परिषद (एनसीपीएसएल) की बैठक   |  ऑक्सफोर्ड सीनियर सैकेंडरी स्कूल में हुई फेयरवैल पार्टी    |  
 
24/11/2014  
मुख्यमंत्री ने मानवीय सेवा में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका को सराहा
 

मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि गरीब, जरूरतमंद एवं मानवता की सेवा करना ईश्वर की सेवा के समान है तथा मानवता की सेवा में ही सच्ची खुशियां निहित हैं। मुख्यमंत्री आज हमीरपुर जिला के सुजानपुर टिहरा में जन कल्याण के प्रति समर्पित गैर सरकारी संगठन सर्वकल्याणकारी संस्था के 15वें वार्षिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिज्ञों को समर्पित होकर जनसेवा करनी चाहिए क्योंकि लोगों ने उन्हें यह बेहतर अवसर प्रदान किया है। महात्मा गांधी का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि सही अर्थों में सामाजिक कार्यकर्ता थे, यही वजह है कि देशवासी उन्हें भरपूर प्रेम करते थे। उन्होंने कहा कि ऐसी बहुत सी गैर सरकारी संस्थाएं हैं जो समाज सेवा से जुड़ी हैं परन्तु सर्वकल्याणकारी सभा ने अपनी विशेष पहचान बनाई है और लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ी है।
सर्वकल्याणकारी संस्था के अध्यक्ष श्री राजिन्द्र राणा के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि श्री राणा राजनीतिज्ञ से अधिक एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने लोगों से भी मानवमात्र की सेवा के लिए कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सुजानपुर टीहरा एक ऐतिहासिक महत्व का स्थल है तथा  हमें अपनी परम्परओं एवं भाषाओं के संरक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सुजानपुर टीहरा के समान प्रदेश के अन्य भागों जैसे चम्बा, मंडी इत्यादि में स्थित बड़े मैदानों के संरक्षण की आवश्यकता है, क्योंकि ये मैदान आजादी पूर्व के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर जिले ने विभिन्न क्षेत्रों में विकास के अनेक आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार के प्रयासों से हमीरपुर का गठन संभव हुआ। उन्हांेने कहा कि आज हमीरपुर राज्य का सबसे साक्षर जिला है और प्रदेश सरकार इसे शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने हाल ही में चंबा तथा सिरमौर के साथ-साथ हमीरपुर में भी मेडिकल काॅलेज स्थापित करने की घोषणा की है ताकि जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
श्री वीरभद्र सिंह ने वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान हमीरपुर जिला तथा विशेषकर सुजानपुर टीहरा में करोड़ांे रुपये की लागत से किए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उप मंडल आरम्भ करने के साथ-साथ क्षेत्र में मिनी सचिवालय भवन का भी निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने
 
क्षेत्र में विकास गतिविधियों को कार्यान्वित करने में लोगों के सहयोग का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग भाईचारे एवं सदभावना के साथ रहते हैं तथा लोगों को ऐसे समाज विरोधी तत्वों से सावधान रहना चाहिए जो लोगों को ऊपरी व निचले हिमाचल के नाम पर बांटने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग कभी भी प्रदेश के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सुजानपुर को स्तरोन्नत कर नागरिक अस्पताल तथा सुजानपुर टिहरा में नये बस अड्डे के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सुजानपुर टिहरा में विपणन यार्ड के निर्माण की संभावनाओं को तलाशा जाएगा, जिसके लिए उन्होंने कृषि उत्पादन विपणन समिति को इस मामले पर शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्राम पंचायत बगैड़ा के बीड़, ग्राम पंचायत सकन्दर के सिसवां तथा ग्राम पंचायत टिपरी के नौंहगी में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आरम्भ करने की भी घोषणा की। उन्होंने राजकीय माध्यमिक पाठशाला खेरी तथा माध्यमिक पाठशाला बधेड़ा को स्तरोन्नत कर उच्च पाठशाला करने की भी घोषण की।
श्री वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति डा. के.के. कटोच, ऊना के गगरेट से हृदय विशेषज्ञ डा. आर.के. जसवाल, कांगड़ा जिला के रैत साहित्यकार श्री गौतम शर्मा व्यथित, कांगड़ा जिले के नालटी से लोक गायक श्री प्रताप शर्मा, शिक्षा के क्षेत्र में श्री ज्योति सिंह, सामाजिक सेवा में मंडी से डा. एन.के. शर्मा, बिलासपुर से कबडडी खिलाड़ी सुश्री पूजा ठाकुर, कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मंडी से श्री संजय मरवाह, बहादुरी के लिए सुजानपुरा टिहरा से श्री कृष्ण चंद तथा कृषि क्षेत्र में मंडी के सुन्दरनगर से श्री परमा राम चैधरी को शान-ए-हिमाचल पुरस्कारों से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने सुजानपुरी टिहरा के भलैठ गांव के डा. राजिन्द्र पटियाल को स्वास्थ्य एवं सामाजिक सेवा क्षेत्र, हमीरपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कक्ड़ से श्री मदन लाल को शिक्षा, हमीरपुर के डुग्गा से श्री प्रेम चंद को कृषि, संगीत को बढ़ावा देने के लिए सुश्री नलिनी विभा नाजली, हमीरपुर के कराड़ा गांव से सुश्री ऋषा ठाकुर को राष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धा, नदौन के धनियाल गांव से सुश्री शिल्पा को विज्ञान, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में एम.एस.सी. फिजिक्स में पहला स्थान प्राप्त करने के लिए सुश्री सपना जसवाल तथा हमीरपुर के बड़सर के बरोटी से एवियशन कार्प में सैनिक स्कूल सुजानपुर टिहरा से प्रथम महिला सुश्री इक्षिता राणा को हमीर गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया।
 
श्री वीरभद्र सिंह ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए उनसे जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के हर युवा के लिए आदर्श हैं।
सर्वकल्याणकारी संस्था के अध्यक्ष तथा हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री राजिन्द्र राणा ने इस अवसर पर कहा कि इस संस्था के गठन का उददेश्य क्षेत्र के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष उनका यह संगठन कला, संस्कृति, भाषा एवं साहित्य, शिक्षा, खेल, विज्ञान, शोध, चिकित्सा इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करता है।
 उन्होंने कहा कि यह संस्था हर वर्ष ऐसे व्यक्तियेां को जिन्होंने राज्य का नाम रोशन किया है को राज्य स्तर पर शान-ए-हिमाचल पुरस्कार तथा जिला स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को हमीर गौरव पुरस्कार से सम्मानित करती है। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री को क्षेत्र की विभिन्न मांगों से भी अवगत करवाया।
श्री राजिन्द्र राणा एवं धर्मपत्नी श्रीमती अनिता राणा ने मुख्यमंत्री तथा विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया।
संस्था के महासचिव तथा जिला परिषद के सदस्य श्री लेखराज राणा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा सर्वकल्याणकारी संस्था की गतिविधियों की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी।
डैनमार्क की सुश्री अनिता लर्ची ने इस अवसर पर पंजाबी लोकगीत से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अतिरिक्त हिमाचली लोक गायकों ने भी अपनी बेहतर प्रस्तुतियां दी।
मुख्य संसदीय सचिव श्री इन्द्र दत्त लखनपाल एवं श्री जगजीवन पाल, विधायक सर्वश्री संजय रतन, यादविन्द्र गोमा, पवन काजल एवं मनोहर धीमान, हिमाचल प्रदेश राज्य वन निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल सिंह पठानिया, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया, जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष  श्री नरेश ठाकुर, पूर्व विधायक श्रीमती उर्मिल ठाकुर, श्री राम दास मलांगड़ और डा. बीरू राम तथा एपीएमसी के अध्यक्ष श्री प्रेम कौशल तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Click here for more interviews 
Back