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09/12/2014  
राशि की जानकरी कैसे प्राप्त करे :- पंडित कौशल पाण्डेय
 

जन्म कुंडली में राशि चन्द्रमा के आधार पर बताई जाती है जैसे - जन्म कुण्डली में चन्द्रमा जिस राशि में स्थित होता है, वह राशि चन्द्र राशि होती है। इसे जन्म राशि के नाम से भी जाना जाता है।

अधिकांश लोग प्रायः भ्रमित हो जाते है की उनकी राशि क्या है ? और वह किस राशि का अनुसरण करें।
भारतवर्ष में प्रायः दो प्रकार के नामों का महत्‍व है- पहला पुकार नाम (प्रसिद्ध या प्रचलित नाम) और दूसरा, राशि नाम।
राशि का नाम जन्मकुंडली में चन्द्रमा जिस राशि में स्थित होता है, उसके आधार पर किया जाता है

विवाहे सर्वमागंल्ये यात्रादौ ग्रह गोचरे
जन्मराशेः प्रधानतत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके
नामराशेः प्रधानतत्वं जन्मराशि न चिन्तयेत।।
अर्थात समस्त शुभ कार्यो में, यात्रा में और ग्रह गोचर फल में विचार हेतु जन्मराशि अथवा कुण्डली के अनुसार जो राशि है, उसकी प्रधानता होती है। 
ऐसे में जन्‍म तिथि या राशि के नाम पर आधारित और जन्‍म तिथि पर आधारित राशि को ही प्रभावी मानें।

देश, गांव, गृह का प्रवेश, युद्ध, सेवा, नौकरी, मुकदमा या व्यापार में पुकारने वाले प्रचलित नाम की राशि का प्रयोग करना चाहिए।

राशि की जानकरी कैसे प्राप्त करे  :- पंडित कौशल पाण्डेय 
जन्म कुंडली में राशि चन्द्रमा  के आधार पर बताई जाती है  जैसे -
जन्म कुण्डली में चन्द्रमा जिस राशि में स्थित होता है, वह राशि चन्द्र राशि होती है। इसे जन्म राशि के नाम से भी जाना जाता है।
अधिकांश लोग प्रायः भ्रमित हो जाते है की उनकी राशि क्या है ? और वह किस राशि का अनुसरण करें।
भारतवर्ष  में प्रायः दो प्रकार के नामों का महत्‍व है- पहला पुकार नाम (प्रसिद्ध या प्रचलित नाम) और दूसरा, राशि नाम।
राशि का नाम जन्मकुंडली में चन्द्रमा जिस राशि में स्थित होता है,  उसके आधार पर किया जाता है  

विवाहे सर्वमागंल्ये यात्रादौ ग्रह गोचरे
जन्मराशेः प्रधानतत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके
नामराशेः प्रधानतत्वं जन्मराशि न चिन्तयेत।।
अर्थात समस्त शुभ कार्यो में, यात्रा में और ग्रह गोचर फल में विचार हेतु जन्मराशि अथवा कुण्डली के अनुसार जो राशि है, उसकी प्रधानता होती है। 
ऐसे में जन्‍म तिथि या राशि के नाम पर आधारित और जन्‍म तिथि पर आधारित राशि को ही प्रभावी मानें। 

देश, गांव, गृह का प्रवेश, युद्ध, सेवा, नौकरी, मुकदमा या व्यापार में पुकारने वाले प्रचलित नाम की राशि का प्रयोग करना चाहिए।
अगर राशि नहीं पता तो?
जिस अपने जन्म की राशि नहीं पता हो वह अपने पुकार नाम की राशि के अनुसार राशि फल जान सकता है 
अब सवाल यह उठता है कि यदि किसी व्यक्ति के अनेक नाम हैं, तो वह किस नाम को ग्रहण करें? ऐसे में सोता हुआ मनुष्य जिस नाम जिस नाम से जाग जाये, उस नाम के प्रथम अक्षर वाली राशि को अपनी नाम राशि माननी चाहिए।
राशि चक्र को ज्योतिष शास्त्र में बारह  भागों में बांटा गया है जैसे -
1 -मेष राशि
2-वृष राशि
3-मिथुन राशि
4-कर्क राशि
5-सिंह राशि
6-कन्या राशि
7-तुला राशि
8-वॄश्चिक राशि
9-धनु राशि
10-मकर राशि
11-कुम्भ राशि
12-मीन राशि

अगर राशि नहीं पता तो?
जिस अपने जन्म की राशि नहीं पता हो वह अपने पुकार नाम की राशि के अनुसार राशि फल जान सकता है 
अब सवाल यह उठता है कि यदि किसी व्यक्ति के अनेक नाम हैं, तो वह किस नाम को ग्रहण करें? ऐसे में सोता हुआ मनुष्य जिस नाम जिस नाम से जाग जाये, उस नाम के प्रथम अक्षर वाली राशि को अपनी नाम राशि माननी चाहिए।
राशि चक्र को ज्योतिष शास्त्र में बारह भागों में बांटा गया है जैसे -
1 -मेष राशि
2-वृष राशि
3-मिथुन राशि
4-कर्क राशि
5-सिंह राशि
6-कन्या राशि
7-तुला राशि
8-वॄश्चिक राशि
9-धनु राशि
10-मकर राशि
11-कुम्भ राशि
12-मीन राशि

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