13/12/2014 |
कैब रेप ने एक बार फिर याद दिलाई दिसंबर की 'वो काली रात |
देश को हिला कर रख देने वाला निर्भया बलात्कार कांड के ठीक दो साल बाद एक फिर राजधानी दिल्ली शर्मसार हो गई। अयोध्या के विवादित ढांचा गिराए जाने की बरसी व आतंकी धमकी के मद्देनजर राजधानी को हाई अलर्ट से घोषित किया गया था उसी हाईअलर्ट के बीच कैब चालक ने बलात्कार की घटना को बखूबी अंजाम दिया।
5 दिसंबर की रात हाईप्रोफाइल कैब कंपनी उबर के चालक ने शुक्रवार देर
रात उत्तरी जिले में सुनसान जगह पर कैब रोककर उसमें सवार 25 साल की
युवती से दुष्कर्म कर दिया। युवती के विरोध जताने पर दरिंदे ने उसके चेहरे व गले को नोंच डाला और पेट में सरिया डालकर मार डालने की धमकी दी। यह सब कुछ उस हाई अलर्ट शहर दिल्ली में घटित हुई जहां पर सिर्फ हाई अलर्ट कर
पुलिस अपने कर्तव्यों की इति श्री कर लेती है। युवती गुडग़ांव के एक फाइनेंस कंपनी में एनालिस्ट की नौकरी
करती है। सराय
रोहिल्ला थाना पुलिस ने अज्ञात कैब चालक के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर भले ही आरोपी शिव कुमार
को गिरफ्तार कर लिया गया हो लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि अमेरिकन कंपनी उबर बिना किसी पंजीकरण के
आखिर दिल्ली और
एनसीआर जैसी जगह पर कैब कैसे संचालित कर रही थी? पुलिस को क्या किसी बड़ी घटना के होने का इंतजार था? आखिर दिल्ली पुलिस एक के बाद एक बलात्कार की घटनाओं के बाद चौकन्नी क्यों नहीं रहती है? |
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