श्रम मंत्रालय ने युवकों को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण देने के लिए परिधान प्रशिक्षण और विकास केन्द्र के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये
श्रम और रोजगार मंत्रालय तथा परिधान प्रशिक्षण और विकास केन्द्र
(एटीडीसी) ने आज गुड़गांव में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। समझौता
ज्ञापन पर रोजगार और प्रशिक्षण महानिदेशालय के महानिदेशक क्षी आलोक कुमार
और एटीडीसी के महानिदेशक/सीईओ डॉ. डार्ली कोशी ने हस्ताक्षर किये। परिधान
निर्यात संवर्द्धन परिषद के तत्वावधान में एटीडीसी परिधान क्षेत्र में भारत
में सबसे बड़े व्यावसायिक प्रशिक्षण नेटवर्क के रूप में उभरा है, जिसमें
65 एटीडीसी व्यावसायिक संस्थानों और 135 से अधिक एटीडीसी-स्मार्ट केन्द्रों
सहित करीब 175 एटीडीसी और कौशल केन्द्र हैं, जो 22 राज्यों और 85 शहरों
में फैले हुए हैं।
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एक ऐसा ढांचा प्रदान करना है जहां एटीडीसी
राष्ट्रीय स्तर पर युवकों को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण दे सके। समझौता ज्ञापन
के अंतर्गत एटीडीसी बड़ी संख्या में परिधान निर्यात घरानों और प्रमुख
घरेलू निर्माताओं के साथ विशिष्ट रूप से तैयार पाठ्यक्रम चला सकता है,
जिन्हें राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद से मंजूरी प्राप्त होगी।
इस समझौता ज्ञापन की विशेषता यह है कि एटीडीसी एक बैच में 80 प्रतिशत
उम्मीदवारों के लिए रोजगार सुनिश्चित करेगा। रोजगार और प्रशिक्षण
महानिदेशालय ऑटो मोबील क्षेत्र में मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड और टाटा
मोटर्स, निर्माण क्षेत्र में लेबरनेट, वस्त्र क्षेत्र में रेमंड,
इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक क्षेत्र में कैडीला, बिजली क्षेत्र में गुजरात
इंड्रस्ट्रीज पावर कंपना लिमिटेड के साथ इस तरह का समझौता ज्ञापन पर
हस्ताक्षर कर चुका है।