25/09/2012 |
रामलीला मैदान में देश के मजदूरों की ऐतिहासिक रैली |
नई दिल्ली, 25 सितम्बर। भाजपा द्वारा नवगठित भारतीय जनता मजदूर महासंघ की आज दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में सम्पन्न हुई मजदूर रैली अभूतपूर्व रही। इसमें देश भर से आए 1 लाख से अधिक मज़दूरों ने हिस्सा लिया... इसमें देश भर से आए 1 लाख से अधिक मज़दूरों ने हिस्सा लेकर मजदूर, गरीब विरोधी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फैंकने का संकल्प किया। तीन दिन से राजधानी में मज़दूरों का आना निरंतर जारी था। दिल्ली भाजपा ने उनके रहने, खाने आदि का पर्याप्त बंदोबस्त किया था। मजदूरों में भारी उत्साह था। वे नारे लगा रहे थे ?तख्त बदल दो, ताज बदल दो - बेइमानों का राज बदल दो?। ?अभी तो यह अंगड़ाई है - आगे बहुत लड़ाई है?। ?मनमोहन सरकार क्या है - लूटखोर है बेइमान है? आदि। रैली को श्री नितिन गडकरी, डाॅ. मुरली मनोहर जोषी, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता, महासंघ अध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने सम्बोधित किया। ऐतिहासिक रैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा के अखिल भारतीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर भारत के 43 करोड़ असंगठित मजदूरों को बीमा, पढ़ाई-लिखाई, अस्पताल, आवास और जीने लायक वेतन प्रदान करेगी। भारत में राजग सरकार ने इन मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए बीमा, अस्पताल, आवास आदि उपलब्ध कराने हेतु जरूरी कदम उठाए थे। जैसे ही वाजपेयी सरकार गई, मनमोहन सरकार ने इन लोगों के कल्याण के लिए उठाए गए सारे कदमों, नीतियों पर रोक लगा दी। मौजूदा मनमोहन सरकार आकंठ लूट में डूबी है। इस सरकार ने 5 लाख करोड़ का घोटाला किया है। यदि यही पैसा मजदूरों के कल्याण पर खर्च होता तो इनके लिए 1 करोड़ आवास बन सकते थे। 10 करोड़ लोगों की फ्री चिकित्सा व्यवस्था हो सकती थी। यह सरकार मजदूर, किसान, गरीब विरोधी है। भारत के लोग इस निर्दयी और लूटखोर सरकार को उखाड़ फैंकें। उन्होंने मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से सवाल किया कि उन्होंने अब तक के षासन में असंगठित मजदूरों के कल्याण के लिए कौन से कदम उठाए हैं? यूपीए के घटक दलों के बारे में उन्होंने कहा कि ये लोग दिल्ली में दोस्ती करते हैं और लखनऊ में लड़ाई करते हैं। इन पर भरोसा करने लायक नहीं है। खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की मंजूरी देकर मनमोहन सरकार ने देश के पतन का रास्ता खोला है। इससे भारत की पूंजी विदेष जाएगी और यहां के करोड़ों नौजवान बेरोजगार हो जायेंगे। किसानों का भी भारी शोषण विदेशी कम्पनियां करेंगी। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डाॅ. मुरली मनोहर जोषी ने मनमोहन सरकार द्वारा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की मंजूरी देने को भारत के लिए विनाशकारी कदम बताया। उन्होंने कहा कि एफडीआई की मंजूरी से भारत में 1717 जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाएंगी। भारत एक बार फिर गुलामी की जंजीर में जकड़ जाएगा। यहां भयंकर बेरोजगारी फैलेगी। मजदूर, किसान, गरीब रोटी को मोहताज हो जायेंगे। हमें किसी भी हाल में विदेशी कम्पनियों को भारत में प्रवेश नहीं करने देना है। महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने कहा कि भाजपा देश के 43 करोड़ असंगठित मजदूरों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। वे भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण करके इन मजदूरों को संगठित करेंगे और उनका हक दिलाकर रहेंगे। भाजपा सत्ता में आई तो देष के विकास में लगे 43 करोड़ मज़दूरांे की दषा और दिषा सुधारेगी। उनको षिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, पर्याप्त मजदूरी और सम्मानजनक जिंदगी देगी। विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि जिन 43 करोड़ असंगठित मजदूरों के बल पर सरकार और समाज इतराता है, उनकी स्थिति आजादी के 63 साल बाद भी मवेषियों जैसी है। वे सबका घर बनाते हैं लेकिन ताउम्र बेघर रहते हैं। जिनके श्रम से भारत की आवाज दुनिया में बुलंद होती है उन मेहनतकषों का सबसे ज्यादा षोशण कांग्रेस सरकार ने किया है। उन्होंने रैली में आए मज़दूरों को भरोसा दिलाया कि भाजपा ने 43 करोड़ मजदूरांे के कल्याण का बीड़ा उठाया है। वह अपने संकल्प को हरहाल में पूरा करेगी। आज की रैली में अनंत कुमार, प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा, जे.पी. नड्ढा, धर्मेन्द्र प्रधान, वाणी त्रिपाठी, महेन्द्र पांडेय, मुरलीधर राव आदि वरिष्ट नेताओं ने हिस्सा लिया। मणि आर्य , संवाददाता , दिल्ली |
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