:
दिल्ली हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश राजस्थान उत्तराखण्ड महाराष्ट्र मध्य प्रदेश गुजरात नेशनल छत्तीसगढ उत्तर प्रदेश
ताज़ा खबर
स्कूली बच्चें बने सड़क सुरक्षा के प्रहरी - अमित गुलिया   |  रेलवे महिला कल्‍याण संगठन द्वारा स्कूलों में आयोजित किया गया वार्षिक समारोह   |  पूर्वी दिल्ली के प्रतिभा स्कूल को मिलेगी नयी सुविधाएं- महापौर   |  सनशाईन पब्लिक स्कूल का वर्ष 2014-15 का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित    |  यूजीसी को भंग करने का कोई ऐसा निर्णय नहीं   |  सिरसा: स्कूल में दिलाई कन्या भ्रूण हत्या न करने की शपथ   |  सिरसा :जगन्नाथ जैन पब्लिक स्कूल में हुआ सेमिनार का आयोजन   |  अल्‍पसंख्‍यक शिक्षा योजना में अल्‍पसंख्‍यकों की शिक्षा का बढेता स्तर   |  राष्ट्रीय सिंधी भाषा संवर्धन परिषद (एनसीपीएसएल) की बैठक   |  ऑक्सफोर्ड सीनियर सैकेंडरी स्कूल में हुई फेयरवैल पार्टी    |  
 
14/09/2013  
भारत के लिए शांतिदूत युवा साइकिल यात्रा
 

नर्इ दिल्ली, 13 सितम्बर : लगभग दो महीने तक चलने वाली उज्जवल भारत के लिए शांतिदूत युवा साइकिल यात्रा की लानिचग का कार्यकम प्रजापिता ब्रह्माकुमारी र्इश्वरीय विश्व वि़धालय द्वारा दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में किया गया।

सभा में उपसिथत दिल्ली एवं अन्य क्षेत्रों से पधारे गणमान्य व्यकितयों को संबोधित करते हुए कार्यकम की मुख्य अतिथि श्रीमति शीला दीक्षित ने कहा कि ब्रह्माकुमारी र्इश्वरीय विश्व विधालय द्वारा उज्जवल भारत के लिए शांतिदूत युवा साइकिल यात्रा का आयोजन एक बहुत ही अच्छा कदम है जिससे भारत के प्रत्येक क्षेत्र में शांति एवं सदभावना का संदेश चारो ओर फैलेगा। अपने वक्तव्य में उन्होंने आगे कहा कि ब्रह्माकुमारीज का हर कार्यक्रम देश व कौम की एकता हेतु बेमिसाल भावना से होता है और इसीलिए मेरी यही कोशिश होती है कि मैं इसमें अवश्य भाग लूं क्योंकि यहां मन की शांति के पैगाम के साथ साथ व्यवहार का पैगाम भी प्रत्यक्ष रूप से दिया जाता है। अत: हमें पूरा विश्वास है कि यह युवा साइकिल यात्रा समस्त युवाओं के मागदर्शक के रूप में सिद्ध होगा और हमारा भारत पुन: अपने प्राचीन गौरव को प्राप्त कर सकेगा।


इस अवसर पर युवा मामले विभाग के सचिव भ्राता राजीव गुप्ता ने अपने वक्तव्य में ब्रह्माकुमारीज द्वारा किये जा रह इस नोबल कार्य जैसे युवा चरित्र उत्थान, महिलाओं का सम्मान एवं उनकी सुरक्षा, शांति की पुनसर््थापना आदि की बहुत प्रशंसा की जोकि आज के समय की आवश्यकता है। उन्होंने अपने विभाग की तरफ से युवा विकास की दिशा में ब्रह्माकुमारीज द्वारा किये जा रहे समस्त अभियानों में को भरपूर सहयोग देने की सहमति जतार्इ।


संस्था की सह मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रत्नमोहिनी जी ने अपने आर्शीवचन में कहा कि यथार्थ रूप में भारत ही एक शांतिप्रिय देश है और इसीलिए भारत में शांति की स्थापना कराने का कार्य स्वयं परमपिता परमात्मा शिव गुप्त रूप से कर रहे है। इस कार्य के लिए युवा भार्इयों को निमित बनाकर सम्पूर्ण विश्व में सदा शांति की स्थापना और पुन: लक्ष्मी नारायण देवी देवताओं का राज्य सतयुग की स्थापना भारत में करने हेतु ही इस साइकिल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मेरी यही शुभभावना है कि सफलता तो हुर्इ ही पड़ी है क्योंकि आपके मन में कल्याण की भावना है और परमात्मा आपके साथ है इसलिए आप थक नहीं सकते आगे बढते चलो सफलता आपका जन्म सिद्ध अधिकार है।



संस्था के महासचिव भ्राता बृजमोहन ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक ओर मीडिया का प्रयोग करके जो चरित्रहीनता आज चारों ओर फैलती जा रही है उसी मीडिया का प्रयोग हमें चरित्र के सुधार के कार्य में करना चाहिए और यह कार्य सरकार ही कर सकती है वर्ना ब्रहमा वत्सों के प्रयास से जो बदलाव आयेगा गलत मीडिया के प्रचार प्रसार से वह फिर समाप्त हो जायेगा। अत: यह साइकिल यात्रा हमारे देश के समस्त युवाओं के जीवन को चरित्रवान बनाने में सहायक बने यही हमारी शुभभावना है।


भारत सिथत संयुक्त राष्ट संघ की निदेशिका बहन किरण मेहरा ने अपने वक्तव्य में कहा कि विकारों और विकास में गहरा संबंध हैं यह हमारे युवाओं और नेताओं को समझना होगा। इस र्इश्वरीय विश्व विधालय के ये युवा आशा की किरण हैं। अत: हमारी शुभ भावना है कि ये बुरार्इयों और बाधाओं पर विजय प्राप्त करते हुए इस रैली को सफल बनायेंगे।


युवा प्रभाग की राष्टीय संयोजिका बहन चनिद्रका ने इस साइकिल यात्रा के उददेश्य को विस्तार से बताते हुए कहा कि युवा को युवा तक और युवाओं से देश तक यह र्इश्वरीय ज्ञान देश के कोने कोने में पहुंचाया जा सके जिससे हमारा भारत फिर से नैतिक गुणों से ओतप्रोत हो सके इसीलिए इस यात्रा में शामिल होने वाले साइकिल यात्री ब्रहमचारी होने के साथ साथ व्यसनमुक्त, अविकारी और सेवाधारी है। अत: ऐसे पारस युवा जिस युवा से मिलेंगे वह भी पारस हो जायेगा जिससे हमारा भारत फिर से सोने की चिडि़या का सम्मान प्राप्त कर सकेगा।


इस अवसर पर रंगारंग मूल्यनिष्ठ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। और सामूहिक राजयोग का अभ्यास द्वारा उपसिथ्त जनसमूह को गहरी शांति और आंतरिक शकित की अनुभूति करार्इ गर्इ।

Click here for more interviews 
Back