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01/01/2014  
अरुण जेतली के सभी आरोपों का खंडन किया हि. प्र. मंत्रिमंडल के सदस्यों ने
 

हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के समस्त सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के विरुद्ध भाजपा नेता अरुण जेतली के सभी आरोपों का ज़ोरदार खंडन करते हुए इन्हें झूठा, तुच्छ और काल्पनिक करार दिया है।

मुख्यमंत्री में पूर्ण विश्वास जाहिर करते हुए उन्होंने कहा है कि श्री वीरभद्र सिंह पर लगाए जा रहे सभी आरोप अतर्कसंगत, हास्यास्पद् और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि पूरा मंत्रिमंडल मज़बूती के साथ श्री वीरभद्र सिंह के साथ हैं, जिन्होंने पिछले एक वर्ष के दौरान लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार की सफलतापूर्वक अगुवाई की है।

मंत्रिमंडल के सदस्यों ने कहा कि भाजपा नेता गंभीर निराशा और हताशा में श्री वीरभद्र सिंह पर आधारहीन व तथ्यहीन व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं क्योंकि पूर्व भाजपा सरकार के कुशासन व गलत कार्यांे को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा सौंपी गई चार्जशीट पर चल रही जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस चार्जशीट को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति द्वारा गठित वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की समिति ने भारत के राष्ट्रपति को सौंपा था, जिसके श्री वीरभद्र सिंह सदस्य तक नहीं थे।

प्रदेश की कांग्रेस सरकार लोगांे से किए गए वायदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए सत्तासीन होने पर इस आरोप-पत्र को राज्य सतर्कता ब्यूरो को सौंपा गया, ताकि इस पर निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच करवाई जा सके। इस आरोप-पत्र में श्री प्रेम कुमार धूमल, उनके परिजनों, भाजपा के मंत्रियों और अन्य नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार एवं भूमि घोटालों के गंभीर आरोप हैं। इन आरोपों की जांच की जा रही है और फोन टैपिंग, एचपीसीए घोटाला, अवैध भूमि खरीद व बैमलोई निर्माण आदि जैसे कई मामलों में धूमल परिवार की संलिप्तता स्थापित हुई है। इन सभी मामलों में जांच अंतिम चरण में है और चालान लगभग दायर होने के लिए तैयार हैं।

मंत्रियों ने कहा कि श्री धूमल का परिवार जांच की तपिश महसूस कर रहा है और उन्हें कानूनी कार्रवाई का डर सता रहा है। यही वजह है कि अपनी गलत कारगुजारियों से आम जनता का ध्यान बांटने के लिए वे श्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार और निंदा पर उतारू हो गए हैं। धूमल परिवार मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री पर व्यक्तिगत तौर पर अप्रमाणित और आधारहीन आरोप लगाकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। भाजपा नेता श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली प्रदेश की लोकप्रिय कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए ओछे हथकंडे अपना रही है लेकिन उन्हें अहसास होना चाहिए कि श्री वीरभद्र सिंह का 52 वर्षांे का लम्बा बेदाग एवं जन सेवा को समर्पित सार्वजनिक जीवन रहा है। श्री वीरभद्र सिंह जमीन से जुड़े नेता हैं, जिनका पूरे प्रदेश में व्यापक जनाधार है। वह देश के वरिष्ठतम नेताओं में एक हैं और समूचा मंत्रिमंडल दृढ़ता एवं एकजुटता के साथ चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है, जो धूमल परिवार एवं उनकी मंडली द्वारा श्री वीरभद्र सिंह की छवि एवं मर्यादा को धूमिल करने की घटिया राजनीतिक साजिशों की कड़ी भत्र्सना करता है।

मंत्रियों ने कहा कि श्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र श्री अरुण धूमल ने इससे पूर्व शिमला में अनेक पत्रकार सम्मेलनों के माध्यम से आयकर रिटर्न, ऋण एवं उनके परिवार के सदस्यों के शेयरों के मामलों पर मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत तौर पर निशाना बनाया। लेकिन जनता से जब उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तब भाजपा के राष्ट्रीय नेता श्री अरुण जेतली कीे सेवाएं ली गईं। श्री जेतली ने नई दिल्ली में उन सभी पुराने मामलों को उठाया जिनमें कोई भी तथ्य और प्रमाणिकता नहीं थी। उनके सभी आरोपों का समस्त मंत्रिमंडल कड़े शब्दों में खंडन करता है।

मंत्रियों ने कहा कि भाजपा नेताओं ने जान-बूझकर साई-कोठी परियोजना की जानकारी छुपाई और वास्तविक तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया और इस परियोजना से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को राजनीतिक स्वार्थ के लिए छुपाया गया। इस परियोजना को भाजपा सरकार ने वर्ष 2002 में मै. वैंचर एनर्जी एंड टैक्नाॅलोजी लिमिटेड को आवंटित किया था। भाजपा सरकार ने ही इस परियोजना को चार बार विस्तार दिया जबकि कांग्रेस सरकार ने इसे रद्द किया। इसलिए कांग्रेस सरकार पर कम्पनी का पक्ष लेने का आरोप पूर्णतः हास्यास्पद् है। इस परियोजना को माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों पर उक्त कम्पनी को सौंपा गया, जिससे वर्तमान सरकार को जोड़ने का प्रयास अत्यंत निंदनीय है।

मंत्रिमंडल के सदस्यों ने कहा कि श्री वीरभद्र सिंह को झूठे मामलों में फंसाने और उनकी छवि को दागदार करने का यह एक औछा षड़यंत्र है। विधानसभा चुनावों के दौरान भी भाजपा ने द्वेषपूर्ण और निंदनीय दुष्प्रचार किया था और अब लोक सभा चुनाव नज़दीक आते देख भाजपा फिर से श्री वीरभद्र सिंह को व्यक्तिगत तौर पर निशाना बनाया जा रहा है।

मंत्रियों ने कहा कि उनका श्री वीरभद्र सिंह की ईमानदारी एवं नेतृत्व में भरपूर आस्था है और भाजपा के झूठे एवं खोखले आरोप धराशायी होकर बिखर जाएंगे क्योंकि उनके ज़रा भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से भाजपा नेतृत्व को माकूल जवाब देने का आग्रह किया, क्योंकि भाजपा श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली प्रदेश की लोकप्रिय कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का षड़यंत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने नापाक ईरादों में कभी सफल नहीं होगी और उनके षड़यंत्र का जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा।   .0.

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