17/09/2014 |
बी.एस.एफ. वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन मनाएगा बावा दिवस |
सीमा सुरक्षा बल के संगठन बावा ( बी.एस.एफ. वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन) का गठन सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट1860 के प्रावधानों के तहत पंजीकरण संख्या नम्बर एस. 23383- 18 सितंबर 1992 में हुआ और तभी से नारी का, नारी के लिये ( आॅफ द वूमेन, फॉर द वूमेन) के सिद्धान्त वाक्य से संचालित यह संस्था नारी सशक्तिकरण,
नारी कल्याण और नारी की प्रगति की दिषा में
लगातार कार्य कर रहा है।सीमा सुरक्षा बल के दिवंगतों की विधवाओं व उनके बाल-बच्चों तथा उसके कार्यरत/सेवानिवृत कार्मिकों के
परिवारों के कल्याण को समर्पित यह संस्थान वर्षों से बल के परिवार और उनके
आश्रितों के हित में अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम संचालित करता रहा है, यही ‘बावा’ का उद्देष्य है और यही है
बावा का ध्येय भी। आज श्री देवेन्द्र कुमार पाठक,भारतीय पुलिस सेवा, महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल के दिशी निर्देशन और श्रीमती रेणु शर्मा, अध्यक्षा बावा के मार्गदर्शन में यह
संगठन अपने लक्ष्यों के प्रति तन-मन और धन से
समर्पित हो दैनोन्दिन प्रगति के पथ पर अग्रसर है। सीमा सुरक्षा बल
(बी0एस0एफ0) के कार्मिक अपने
कर्तव्य निर्वहन की प्रकृति के अनुरूप ही सीमाओं पर तैनात हो अत्यन्त ही विषम एवं
जटिल परिस्थितियों में नाना प्रकार की दुर्धर्ष चुनौतियों का सामना करते हैं। घर
परिवार से दूर रहने की वजह से उनके परिवार, विशेशकर उनकी पत्नियों एवं बच्चों को भिन्न-भिन्न प्रकार की
समस्याओं से जूझना पड़ता है। बल के कार्मिकों
की पत्नियों के ऊपर कार्मिकों के परिवार की देखरेख एवं बच्चों के लालन-पालन का
दोहरा दायित्व होता है। उनमें से बहुतों को (जिनमें से कुछ अपने पति के साथ बल में
गृहिणी की कुशल भूमिका निभा रही हैं) रोज-रोज की घरेलू, पारिवारिक और सामाजिक समस्याओं से जुझने में अच्छी खासी
मशक्कत करनी पड़ती है । कई बार समस्याओं का हल उन्हें समझ में ही नहीं आता। साथ ही
अपेक्षाकृत कम शिक्षित कुछ महिलाओं को ये भी पता नहीं होता कि सरकारी संस्थाओं
द्वारा प्रदत्त उन सुविधाओं का लाभ वे कैसे उठायें, जो उनके लिये ही संचालित हैं। ऐसे में बावा कार्मिकों की पत्नियों, विधवाओं एवं साथ
ही आश्रितों के लिये सरकारी संस्थाओं और उनके बीच सेतु कार्य करता है। वस्तुतः बावा-ऐसा गैर लाभकारी संस्थान है, जिसका मुख्य
कार्य प्रहरी संगिनियों की कार्य कुषलता में वृद्धि हेतु उन्हें प्रषिक्षण एवं मदद
प्रदान करना है;मसलनः- बच्चों की
शिक्षा- दीक्षा में मदद, नवीनतम तकनीकी
जानकारियों से रूबरू कराना ,कैरियर सहित स्वास्थ्य, लाइफ स्टाईल इत्यादि के प्रति परामर्श प्रदान करना, विधवाओं का पुनर्वास एवं ऐसी ही अनेक समस्याओं से जुड़ाव
तथा उनका निदान ताकि वे अपने आप को एकाकी एवं निरूपाय महसूस ना करें । अपनी स्थापना के शुरूआती वर्षों से आज तक बावा द्वारा बल के कार्मिकों एवं उनके परिवारों के कल्याणार्थ
अनेकों हितकारी योजनाएं संचालित होती आ रही हैं। केन्द्रीय बावा एवं फील्ड फार्मेशनों में
कार्यरत इसकी सहायक इकाईयों द्वारा चलाई जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं एवं
जागरूकता कार्यक्रमों को मीडिया जगत द्वारा व्यापक सराहना एवं प्रचार प्रसार मिलता
रहा है जो इसी तरह की अन्य निजी संस्थाओं को ऐसी ही योजनाओं, कार्यक्रमों और जीविकोपयुक्त कार्य योजनाओं के
संचालन हेतु उत्प्रेरित करता है। सीमान्तों एवं प्रशिक्षण केन्द्रों में ‘बावा’ की गतिविधियॉ- विधवा विवाह विभिन्न विषयों की षिक्षा एवं उन पर
कार्यषालाओं का आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रम विभिन्न राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय दिवसों को
मनाना जीविकोपयुक्त पाठ्यक्रमों/प्रषिक्षण
कार्यक्रमों का संचालन स्वास्थ्य निरीक्षण/चिकित्सा षिविरों का
आयोजन परामर्श सेवाएं अन्य कल्याणकारी गतिविधियाँ राष्ट्रीय दक्षता
विकास निगम NSDC के तत्वाधान में रोजगारोन्मुखी प्रषिक्षण
कार्यक्रमों का आयोजन। वर्तमान समय में
बावा के प्रमुख उपक्रम एवं काउंटर ऽ सी0जी0ओ0 कॉम्प्लेक्स-नई दिल्ली में बावा शॉपी ऽ छावला कैम्प, नई दिल्ली में बावा शॉपी ऽ छावला कैम्प, नई दिल्ली में संगिनी मसाला केन्द्र ऽ जे0सी0पी0 अटारी में स्मृति दुकान ऽ अकादमी टेकनपुर में प्रेरणा‘ नामक दुकान ऽ अकादमी टेकनपुर में स्टेशनरी दुकान ऽ छावला, नई दिल्ली में स्टेशनरी दुकान ऽ सीमान्त मुख्यालय, उत्तर बंगाल में नेचर अगरबत्ती प्रोजेक्ट ऽ सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल तथा सिलचर में मसाला प्रोजेक्ट ऽ सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल में टी पैंकिग
प्रोजेक्ट ऽ सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल में मृदा
निर्मित वस्तुओं की दुकान ऽ सीमान्त मुख्यालय, कष्मीर में ‘बावा चक्की’
एवं ग्राइंडिग मशीन ऽ संचार प्रषिक्षण केन्द्र, टिगरी, नई दिल्ली में अंकुर प्ले स्कूल ऽ छावला कैम्प, नई दिल्ली में अंकुर प्ले स्कूल ऽ छावला कैम्प, नई दिल्ली में बावा कॉम्प्लेक्स में साइबर कैफे। महत्वपूर्ण तथ्य
- 1. बावा का लोगो को डिजाइन किया है- श्रीमती अंजलि
श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्षा
बावा ने। 2. बावा के फ्लैग को डिजाइन किया है- श्रीमती शेफाली
बंसल, पूर्व अध्यक्षा बावा ने। कल्याणकारी
गतिविधियाँ- ऽ बच्चों के लिए कोलकाता और दिल्ली में
पुस्तकालयों की स्थापना एवं अन्य कई लोकेशनों में पुस्तकालय खोलने की योजना। ऽ निश्क्त बच्चों को व्हील चेयर का वितरण। ऽ मेघावी छात्रों को छात्रवृति प्रदान करना। ऽ जरूरतमंद प्रहरी संगिनियों/विधवाओं को शॉल/साड़ी/रजाई
एवं प्रेषर कुकर इत्यादि का वितरण। ऽ अनेक विधवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना। ऽ विभिन्न लोकेषनों में कम्प्यूटर कोर्सो,
इंगलिष स्पीकिंग कोर्सों व वयस्क षिक्षा
कार्यक्रम आदि का संचालन। ऽ 25 मई से 29 मई 2011 तक ललित कला अकादमी, नई दिल्ली में पेन्टिंग, मूर्तिकला एवं ऐसी अन्य कलाओं की प्रदर्षनी। ऽ राष्ट्रीय दक्षता विकास निगम छैक्ब् के
तत्वाधान में छावला कैम्प, नई दिल्ली में
रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम {27/04/2012 से 30 जून 2012 तक} का आयोजन। ऽ सी.आर.पी.एफ ग्राउंड नई दिल्ली में 2012 में आयोजित बावा मेले में श्रीमती गुरषरण कौर,
पत्नी भूतपूर्व प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह का मुख्य अतिथि के तौर पर आगमन। ऽ नजफगढ़ के वृद्वाश्रम में टी.वी., कम्बल और ऐसी ही जरूरत की चीजों का वितरण । साथ
ही बल की विधवाओं को साठ प्रेशर कुकरों का वितरण। ऽ वर्श 2013-14 में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में रैन बसेरा का उद्घाटन। ऽ सभी लोकेशनों में अतिथि गृहों का उद्घाटन।
(श्रीमती सुधा जोशी, पूर्व अध्यक्षा
बावा द्वारा)। ऽ बावा वेवसाईट का उद्घाटन (श्रीमती सुधा जोषी,
पूर्व अध्यक्षा बावा द्वारा) ऽ एम्स में वर्ष-2013 (जनवरी-फरवरी) में ट्रॉमा सेंटर तथा रैन बसेरा
एवं वर्ष 2013-14(दिसम्बर-जनवरी)
में राम मनोहर लोहिया अस्तपताल, नई दिल्ली में
रैन बसेरे का उद्घाटन। ऽ स्माईल ट्रेन इंडिया नामक संस्था के सहयोग से
कटे होंठ नामक बीमारी से
ग्रस्त लोंगों की जिन्दगी में मुस्कान लाने का प्रयास - मुस्कान दिल्ली में बावा’
द्वारा संचालित प्रमुख वार्शिक कार्यक्रम- ऽ एड्स जागरूकता सप्ताह(08 फरवरी को) ऽ अंतर्राश्ट्रीय महिला दिवस (08 मार्च को) ऽ विश्व स्वास्थ्य दिवस (..07. अप्रैल को) ऽ तीज उत्सव (05 अगस्त को) ऽ विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून को) ऽ अंतर्राश्ट्रीय युवा दिवस (12 अगस्त को) ऽ बावा दिवस (18 सितम्बर को) ऽ बावा मेला ऽ आगामी 19 सितंबर 2014 को बड़े ही
धूम-धाम से सीमा सुरक्षा बल के निजामुद्दीन स्थित परिसर के अश्वनी ऑफिसर्स मेस’
में अपना स्थापना दिवस मना रहा है, जिसकी मुख्य अतिथि होंगी - श्रीमती स्मृति
ईरानी, माननीय मानव संसाधन विकास
मंत्री, भारत सरकार होंगी। इस
अवसर पर वे श्रीमती रेणु शर्मा, अध्यक्षा बावा और
अन्य सदस्याओं की उपस्थिति में विधवाओं तथा निःषक्त बच्चों को सम्मानित करेंगी। |
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