:
दिल्ली हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश राजस्थान उत्तराखण्ड महाराष्ट्र मध्य प्रदेश गुजरात नेशनल छत्तीसगढ उत्तर प्रदेश
ताज़ा खबर
स्कूली बच्चें बने सड़क सुरक्षा के प्रहरी - अमित गुलिया   |  रेलवे महिला कल्‍याण संगठन द्वारा स्कूलों में आयोजित किया गया वार्षिक समारोह   |  पूर्वी दिल्ली के प्रतिभा स्कूल को मिलेगी नयी सुविधाएं- महापौर   |  सनशाईन पब्लिक स्कूल का वर्ष 2014-15 का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित    |  यूजीसी को भंग करने का कोई ऐसा निर्णय नहीं   |  सिरसा: स्कूल में दिलाई कन्या भ्रूण हत्या न करने की शपथ   |  सिरसा :जगन्नाथ जैन पब्लिक स्कूल में हुआ सेमिनार का आयोजन   |  अल्‍पसंख्‍यक शिक्षा योजना में अल्‍पसंख्‍यकों की शिक्षा का बढेता स्तर   |  राष्ट्रीय सिंधी भाषा संवर्धन परिषद (एनसीपीएसएल) की बैठक   |  ऑक्सफोर्ड सीनियर सैकेंडरी स्कूल में हुई फेयरवैल पार्टी    |  
 
12/10/2014  
सीआरपीएफ हाफ मैराथन-रन फॉर यूनिटी आयोजित, कई प्रमुख हस्तियों और पूर्व खिलाडि़यों ने शहीद जवानों को किया नमन
 

नई दिल्ली, 12 अक्टूबर, 2014 शहीदों को याद करने और देश के बहादुर रखवालों के प्रति एकजुटता जुटाने के लिए 12 अक्टूबर को नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सीआरपीएफ हाफ मैराथन-रन फॉर यूनिटी की शुरुआत हुई और इंडिया गेट पर इसका समापन हुआ। इस परोपकारी इवेंट का उद्घाटन प्रमुख क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सीआरपीएफ के महानिदेशक दिलीप त्रिवेदी के साथ मिल कर किया। यह दुनिया के सबसे बड़े सशस्त्र पुलिस बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पहली विशेष पहल है।

नाना पाटेकर और जॉन अब्राहम, पहलवान सुशील कुमार, पदमश्री गुरबचन सिंह रंधावा, पदमश्री विजेंदर सिंह, पदमश्री योगेश्वर दत्त, पदमश्री अजीत पाल सिंह, पदमश्री जफर इकबाल, एशियन गेम्स में मेडल विजेता श्वेता चैधरी जैसी प्रख्यात हस्तियों ने इस दौड़ में हिस्सा लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

बेहद उत्साहित दिख रहे सचिन तेंदुलकर ने इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, इस इवेंट में सभी लोग सीआरपीएफ के बलिदान और बहादुरी का समर्थन करने के मिशन में एकजुट हैं। इस तरह के आयोजन का हिस्सा बन कर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

मैराथन का आयोजन हमारे सशस्त्र बलों के योगदान को याद करने की जरूरत महसूस करने के लिए किया गया है और यह हमारे शहीदों के समर्थन में लोगों को एकजुट करने का आहवान है। पूरे वर्श सीआरपीएफ द्वारा आयोजित विभिन्न आयोजनों के आंतरिक हिस्से के तौर पर आयोजित हुई इस मैराथन को एथलेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) का समर्थन हासिल है। इस अवसर पर सीआरपीएफ जवानों के साथ साथ बड़ी तादाद में नागरिकों ने अपनी भागीदारी के जरिये अपनी एकता एवं समर्थन को अभिव्यक्त किया।

सीआरपीएफ के डीजी दिलीप त्रिवेदी ने कहा, सीआरपीएफ मैराथन-रन फॉर यूनिटी के जरिये हमारी कोशिश दिल्ली के लोगों को एकजुटता और देशभक्ति की सच्ची भावना से अवगत कराना है। हम इस इवेंट को मिली षानदार प्रतिक्रिया को देख कर बेहद उत्साहित हैं और आगामी वर्शों में इसे बरकरार रखने के लिए उत्साहित हैं।

सीआरपीएफ की हीरक जयंती मनाते हुए मैराथन को ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम द्वारा षहीदों के परिवारों के घरों का दौरा किए जाने और मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति के साथ खास एक पहचान मिली है।

जॉन अब्राहम ने इस अवसर पर कहा, मैं अपने उन चहेते जवानों की बेहतरी के लिए हरसंभव तौर पर योगदान करना चाहता हूं जो हमारे देष के वास्तविक हीरो हैं। सीआरपीएफ मैराथन ने मुझे यह अवसर दिया है और मैं यह देख कर उत्साहित हूं कि मेरी तरह कई लोग हैं जो इस तरह की भावना को महसूस करते हैं। यह एक ऐसा मंच है जिसने युवाओं और बुजुर्गों को एकजुट किया है।

अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा, यह महसूस करने की जरूरत है कि क्या हमारे लोगों के परिवार हर दिन सीआरपीएफ के जरिये हमारे देश की सेवा कर रहे हैं। हम कम से कम उन्हें यह बताने के लिए एकजुट तो हो सकते हैं कि हम यहां हर तरह से उनकी मदद के लिए तैयार हैं। इसमें उनकी मौद्रिक जीविका सुनिश्चित करना भी शामिल है ताकि उनके चहेतों के बलिदान के औचित्य को जायज ठहराया जा सके, क्योंकि उन्होंने हमारी रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी।

मैराथन के लिए अवार्ड एवं पुरस्कारों के तहत सीआरपीएफ के वीर शहीदों को उनके नाम की ट्रॉफियों के साथ सम्मानित किया गया, जैसे शहीद कमलेश कुमारी (अशोक चक्र) मेमोरियल ट्रॉफी, शहीद भृगुनंदन (कीर्ति चक्र) मेमोरियल ट्रॉफी, शहीद आशीष (शोर्य चक्र) मेमोरियल ट्रॉफी, शहीद महादेव (पीपीएमजी) मेमोरियल ट्रॉफी, शहीद संतोश (पीपीएमजी) मेमोरियल ट्रॉफी और शहीद वी टी मैथ्यू (पीपीएमजी) मेमोरियल ट्रॉफी।

सीआरपीएफ मैराथन के आयोजक हर इस इस अनोखे इवेंट के जरिये एकता एवं अखंडता का संदेष फैलाने के लिए उत्साहित हैं। इसने सीआरपीएफ के मिशन, गतिविधियों और उपलब्धियों पर प्रकाश डालने और लोगों को देश की सुरक्षा और बेहतरी के संदर्भ में उसके महत्व से अवगत कराने का काम किया है।

 

सीआरपीएफ के बारे में

आमतौर पर सीआरपीएफ के नाम से चर्चित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल दुनिया का सबसे बड़ा सशस्त्र पुलिस बल है। 27 जुलाई, 1939 को स्थापित हुए सीआरपीएफ का इतिहास विभिन्न लड़ाइयों में जीत के बलिदान और साहस की कहानी कहता है। पूरे भारत में तैनात इसके सैनिक उग्रवाद और आतंकवाद से मुकाबला करते हैं और निश्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित कराते हैं। देश की अखंडता और एकता की इमारत में इस बल के वीर सैनिकों के परिश्रम, पसीने और खून की कहानी दफन है। अपनी सराहनीय सेवाओं की वजह से इस बल को 1262 वीरता पदकों से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें 1 अशोक चक्र, 1 कीर्ति चक्र, 1 वीर चक्र, 12 शौर्य चक्र और 1141 राष्ट्रपति पुलिस पदक शामिल हैं।

सीआरपीएफ राज्य प्रशासन और स्थानीय पुलिस के साथ साथ कई अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर काम करता है। इनमें ऑपरेशनल ग्रिडों में काम कर रहे सैन्य और अर्द्ध-सैन्य बल षामिल हैं। वे आरएएफ एएनडी कोबरा जैसे विशेष विंग से लैस हैं जो बेहद लोकप्रिय हैं और हाई पब्लिक ग्रेडिंग से युक्त हैं। सीआरपीएफ दुनिया में विभिन्न जगहों पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रमों के तहत भी अपनी सेवाएं दे रहा है। इस साल सीआरपीएपफ ने अपनी स्थापना के 75 वर्श पूरे होने पर अपनी हीरक जयंती मनाई है।

Click here for more interviews 
Back