:
दिल्ली हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश राजस्थान उत्तराखण्ड महाराष्ट्र मध्य प्रदेश गुजरात नेशनल छत्तीसगढ उत्तर प्रदेश
ताज़ा खबर
स्कूली बच्चें बने सड़क सुरक्षा के प्रहरी - अमित गुलिया   |  रेलवे महिला कल्‍याण संगठन द्वारा स्कूलों में आयोजित किया गया वार्षिक समारोह   |  पूर्वी दिल्ली के प्रतिभा स्कूल को मिलेगी नयी सुविधाएं- महापौर   |  सनशाईन पब्लिक स्कूल का वर्ष 2014-15 का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित    |  यूजीसी को भंग करने का कोई ऐसा निर्णय नहीं   |  सिरसा: स्कूल में दिलाई कन्या भ्रूण हत्या न करने की शपथ   |  सिरसा :जगन्नाथ जैन पब्लिक स्कूल में हुआ सेमिनार का आयोजन   |  अल्‍पसंख्‍यक शिक्षा योजना में अल्‍पसंख्‍यकों की शिक्षा का बढेता स्तर   |  राष्ट्रीय सिंधी भाषा संवर्धन परिषद (एनसीपीएसएल) की बैठक   |  ऑक्सफोर्ड सीनियर सैकेंडरी स्कूल में हुई फेयरवैल पार्टी    |  
 
28/12/2014  
शिक्षा की वैकल्पिक प्रणाली, छात्रों को जाति, धर्म, स्थान या लिंग भेदभाव के बिना- स्मृति इरानी
 

वर्तमान राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे द्वारा (एनसीएफ- 2005) स्कूल स्तरीय शिक्षा प्रणाली में नए विकास और शंकाओं पर ध्‍यान दिया जाता है। इन शंकाओं का समाधान करने के लिए एनसीएफ-2005 मार्गदर्शक सिद्धांतों का अनुपालन करता है, जो इस प्रकार हैं :- (i) स्कूल से बाहर के जीवन को ज्ञान से जोड़ना, (ii) यह सुनिश्चित करना कि शिक्षा दुहराव वाली विधियों से दूर हो,

(iii) बच्चों की शिक्षा केवल पुस्‍तक केन्‍द्रित ही न रहे, इसके लिए बच्‍चों के समग्र विकास हेतु पाठ्यक्रम को समृद्ध बनाना, (iv) कक्षा जीवन में परीक्षाओं को और अधिक लचीला और एकीकृत बनाना, (v) देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंदर शंकाओं की देखभाल करने वालों द्वारा सूचित अधिभावी पहचान को विकसित करना।

बच्चों को कक्षाओं में अनुभवों की जानकारी के अवसर उपलब्ध कराने और सभी स्तरों के विषयों में कला, विरासत, शिल्प और कार्य की संभावना उपलब्‍ध कराने के लिए एनसीईआरटी ने विभिन्‍न पाठ्यक्रम सामग्रियां विकसित की हैं। इससे सभी संस्‍कृतियों के लिए संवेदनशीलता विकसित करने में मदद मिलती है। सभी चरणों के स्‍कूली पाठ्यक्रम में शिक्षा के सांस्‍कृतिक पहलू अभिन्‍न भाग हैं।

  1. राष्ट्रीय नीति शिक्षा, 1986 को हालांकि, 1992 में संशोधित कर दिया गया था, लेकिन यह शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्र सरकार की नीतियों के लिए एक मार्गदर्शक दस्तावेज़ है। सरकार 1992 में यथासंशोधित राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986 का पालन कर रही है, जो सभी छात्रों को जाति, धर्म, स्थान या लिंग भेदभाव के बिना दिए गए स्‍तर पर अच्‍छी गुणवत्‍ता की शिक्षा के लिए पहुंच उपलब्ध कराती है। राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली में आम शैक्षिक संरचना का ध्‍यान रखा गया है। यह जानकारी आज केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, स्मृति इरानी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

Click here for more interviews 
Back